मजदूर को उसकी मजदूरी उसका पसीना सूखने से पहले दे दो
October 13, 2024
आपकी नाव में छेद तो नहीं, रुसेन कुमार का प्रेरणादायक आलेख
November 5, 2023
इस कविता में रुसेन कुमार ने "मुसीबत" को काफिया बनाकर विभिन्न सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक, और मानसिक विषमताओं को विस्तार से...
Read moreDetailsइस कविता में जीवन की विसंगतियों के बीच का गहरे संबंधों को दर्शाया गया है। यह कविता देती है कि...
Read moreDetails"कल की तैयारी, आज की कड़ी मेहनत" एक बेहद गहन और प्रेरणादायक कथन है। यह कथन ब्रूस ली का है।...
Read moreDetailsरुसेन कुमार की लेखनी के जादू से सजी यह कविता व्यंग्य और कटाक्ष का एक अनूठा मिश्रण है। इसमें उन...
Read moreDetailsफ़िबोनाची अनुक्रम एक सरल लेकिन शक्तिशाली गणितीय अवधारणा है जो प्रकृति और मानव निर्मित दुनिया दोनों में सुंदरता, संतुलन और...
Read moreDetailsरुसेन कुमार द्वारा "पहले मुर्गी आई या पहले अंडा। पहले वृक्ष आया या पहले बीज आया। पहले माँ आई या...
Read moreDetailsएक ऐसा आलेख जो आपके अब तक की मान्यताओं को चुनौती देगा और नया दृष्टिकोण प्रदान करेगा।
Read moreDetailsकिसी भी समाज में, जब व्यक्ति 'कुछ न करने' के सिद्धांत पर जीवन जीता है, तो वह धीरे-धीरे अपनी स्वतंत्रता...
Read moreDetails‘एक देश, एक चुनाव’ से राज्य की स्वायत्तता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा और राज्यों की निर्णय लेने की क्षमता बुरी...
Read moreDetailsगड्ढे देश की अर्थव्यवस्था को गति देते हैं, रोजगार पैदा करते हैं, और हमारी राजनीतिक व्यवस्था की सच्चाई को उजागर...
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रुसेन कुमार प्रतिभाशाली पत्रकार, लेखक एवं सामाजिक उद्यमी हैं।
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