क्या मुसीबत है – रुसेन कुमार की मार्मिक कविता

इस कविता में रुसेन कुमार ने "मुसीबत" को काफिया बनाकर विभिन्न सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक, और मानसिक विषमताओं को विस्तार से...

राजनीतिक व्यंग्यः सड़कों में गड्ढे होने ही चाहिए

गड्ढे देश की अर्थव्यवस्था को गति देते हैं, रोजगार पैदा करते हैं, और हमारी राजनीतिक व्यवस्था की सच्चाई को उजागर...