The Symphony of Disturbance by Rusen Kumar
This poem by Rusen Kumar delves into the intricate layers of inner disturbance, a turbulence that exists within yet remains...
This poem by Rusen Kumar delves into the intricate layers of inner disturbance, a turbulence that exists within yet remains...
इस कविता में रुसेन कुमार ने "मुसीबत" को काफिया बनाकर विभिन्न सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक, और मानसिक विषमताओं को विस्तार से...
इस कविता में जीवन की विसंगतियों के बीच का गहरे संबंधों को दर्शाया गया है। यह कविता देती है कि...
रुसेन कुमार की लेखनी के जादू से सजी यह कविता व्यंग्य और कटाक्ष का एक अनूठा मिश्रण है। इसमें उन...
गड्ढे देश की अर्थव्यवस्था को गति देते हैं, रोजगार पैदा करते हैं, और हमारी राजनीतिक व्यवस्था की सच्चाई को उजागर...
रांगेय राघव कला, संस्कृति, काव्य के महान प्रवक्ता थे।
रुसेन कुमार प्रतिभाशाली पत्रकार, लेखक एवं सामाजिक उद्यमी हैं।
नियमित सम्पर्क में रहने के लिए WhatsApp चैनल को फालो कीजिए।
Copyright © 2024 - Rusen Kumar | All Rights Reserved