“सोया हुआ हाथी और जागती चींटियाँ” रुसेन कुमार की एक नई प्रेरक किताब है, जो हाल ही में प्रकाशित हुई है। इस किताब में अनेक प्रेरणादायक संदेशों का संग्रह जिनके सहारे से जागरूकता बढ़ाकर निरंतरता से कठिन से कठिन चुनौतियों को पार किया जा सकता है।
इस अनोखी किताब में सोया हुआ हाथी और जागती हुईं चींटियों को चरित्र के रूप में प्रस्तुत किया गया है।
किताब का सार
किताब में मुख्य रूप से यह बताया गया है कि छोटे प्रयास और दृढ़ संकल्प बड़ी से बड़ी बाधाओं को पार करने में सक्षम होते हैं। लेखक सशक्त विचारों और मार्मिक कथनों के माध्यम से यह समझाते हैं कि कैसे एक छोटी चींटी, जो अपने कार्य में सतत लगी रहती है, सोए हुए हाथी की ताकत से भी अधिक शक्तिशाली साबित होती है। यह कहानी सिर्फ आकार या बल की नहीं, बल्कि आंतरिक शक्ति और जागरूकता की महत्ता को रेखांकित करती है।
प्रेरणादायक संदेश
रुसेन कुमार की यह किताब जीवन में प्रयास, धैर्य, और एकता का महत्व समझाती है। वह बताते हैं कि छोटी चींटियों का संगठन और सतत मेहनत, हाथी जैसे विशालकाय प्राणी को भी परास्त कर सकती है। यह किताब हर उस व्यक्ति के लिए प्रेरणा स्रोत है जो कठिनाईयों से जूझते हुए आगे बढ़ना चाहता है।
रुसेन कुमार समाज के कमजोर लोगों के सामाजिक और आर्थिक सुधारों पर गहन कार्य कर रहे हैं। उनकी लेखनी समाज में बदलाव लाने के प्रति समर्पित है, और उनकी यह किताब भी समाज के लिए प्रेरणादायक साबित होती है।
किनके लिए उपयोगी
रुसेन कुमार की किताब “सोया हुआ हाथी और जागती चींटियाँ” उन सभी व्यक्तियों के लिए अत्यंत उपयोगी है जो अपने जीवन में छोटी-छोटी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं और उनके समाधान की तलाश में हैं।
यह किताब खासकर छात्रों, उद्यमियों, और उन लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत है जो अपने सपनों को साकार करने के लिए निरंतर प्रयासरत हैं। छोटे प्रयासों की महत्ता और जागरूकता के महत्व को उजागर करती यह रचना, पाठकों को यह सिखाती है कि सफलता का मापदंड केवल बाहरी शक्ति नहीं, बल्कि आंतरिक संकल्प और लगातार की गई मेहनत होती है।
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लेखक परिचय
रुसेन कुमार, लेखक, कवि और सामाजिक विचारक हैं, उन्होंने 20 वर्ष की आयु से ही परिपक्व लेखन प्रारंभ कर दिया था। युवावस्था के प्रारंभ काल में ही उनकी कविताएँ उस समय की अग्रणी पत्र-पत्रिकाओं – सद्भावना दर्पण, संकल्प रथ, वागर्थ, कादंबिनी में स्थान पा चुकी हैं। रुसेन कुमार देशबंधु, दैनिक भास्कर, हरिभूमि जैसे अग्रणी समाचार पत्रों में रहकर पत्रकारिता कर चुके हैं। अत्यंत प्रतिभावान रुसेन कुमार हजारों लेख तथा 15 से अधिक किताबें प्रकाशित हो चुकी हैं।
रुसेन कुमार की कविताओं का संग्रह ‘हस्तिनापुर का लोकतंत्र’ अगले कुछ महीनों में प्रकाशित होकर आ रही है।
रुसेन कुमार की नवीनतम किताबेंः
- Your Philosophy Determines Your Income Not the Economy – Rusen Kumar (English)
- Role of Responsible Business in Making Atma Nirbhar Bharat – Rusen Kumar & Sita Ram Gupta (English)
- India @100: Resurgent Bharat – Blueprint for 2047 – Rusen Kumar & Sita Ram Gupta (English)
- स्वाध्याय से शक्ति – रुसेन कुमार (हिंदी)
- सोया हुआ हाथी और जागती चींटियाँ – रुसेन कुमार (हिंदी)
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‘हस्तिनापुर का लोकतंत्र’ रुसेन कुमार की नई किताब जल्द आ रही