भोलाराम सिन्हा ने यह सम्मान प्राप्त करके राज्य के युवा पत्रकारों को प्रेरित किया और उन्हें सत्य, निष्पक्षता और समाज के प्रति उत्तरदायित्व की भावना से काम करने का संदेश दिया।
रायपुर (छत्तीसगढ़): वर्ष 2024 का “चंदूलाल चंद्राकर स्मृति पत्रकारिता पुरस्कार (प्रिंट मीडिया हिंदी)” छत्तीसगढ़ में कार्यरत तीन पत्रकारों – भोलाराम सिन्हा, मुकेश एस. सिंह एवं मोहन तिवारी को प्राप्त हुआ है।
छत्तीसगढ़ राज्योत्सव 2024 के अवसर पर उपराष्ट्रपति महोदय श्री जगदीप धनखड़ के हाथों “छत्तीसगढ़ राज्य अलंकरण समारोह-2024” में इन वरिष्ठ पत्रकारों को सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार छत्तीसगढ़ की पत्रकारिता में उनके विशेष योगदान का सम्मान है।
रुसेन कुमार ने रायपुर स्थित निवास पहुँचकर श्री भोलाराम सिन्हा को उनकी इस उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए हार्दिक बधाई दी। रुसेन कुमार ने पत्रकारिता क्षेत्र में अपने योगदान के लिए सम्मानित हुए भोलाराम सिन्हा को शुभकामनाएँ दीं। रुसेन कुमार ने भोलाराम सिन्हा के संघर्षमय जीवन और पत्रकारिता के प्रति उनकी गहरी निष्ठा की प्रशंसा की। भोलाराम सिन्हा अत्यंत सरल स्वभाव वाले श्रमशील एवं लगनशील पत्रकार हैं।
वरिष्ठ पत्रकार श्री पत्रकार भोलाराम सिन्हा
स्वभाव से हसमुख श्री भोलाराम सिन्हा ने छत्तीसगढ़ के ग्रामीण और सांस्कृतिक परिदृश्य को अपनी पत्रकारिता के माध्यम से प्रमुख स्थान दिलाया है। वर्तमान में वे दैनिक समाचार पत्र “नवभारत” में वरिष्ठ संवाददाता के रूप में कार्यरत हैं और आकाशवाणी एवं दूरदर्शन रायपुर में भी समाचार संपादक की हैसियत से सेवाएँ दे रहे हैं। उनकी पत्रकारिता के प्रति निष्ठा और उनकी लेखनी ने छत्तीसगढ़ की संस्कृति, सभ्यता, और विकास की अनूठी छवि प्रस्तुत की है।
रुसेन कुमार ने कहा, “भोलाराम जी जैसे समर्पित पत्रकार समाज के वास्तविक हीरो हैं, जो अपने लेखन से समाज के मुद्दों को सामने लाते हैं और समाज में जागरूकता फैलाते हैं। यह सम्मान उनके जैसे सभी मेहनतकश पत्रकारों के लिए एक प्रेरणा है।”
संघर्षपूर्ण यात्रा और पत्रकारिता की सेवा
रुसेन कुमार ने कहा कि भोलाराम सिन्हा का जीवन संघर्ष और समर्पण का प्रतीक है। धमतरी से रायपुर आकर, उन्होंने पत्रकारिता में अपनी जगह बनाई और पत्रकारिता को समर्पित होकर जनसरोकार के मुद्दों पर अपनी आवाज़ बुलंद की। भोलाराम सिन्हा का पत्रकारिता का सफर युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत है, जो बड़े शहरों में आकर अपने सपनों को साकार करना चाहते हैं।
पत्र पत्रकारिता में विशेष पहचान
रुसेन कुमार ने अपने छात्र जीवन के समय का स्मरण करते हुए कहा कि भोलाराम सिन्हा ने रायपुर में अपने पत्र लेखन से पहचान बनाई। उनके विचार ‘आपका पत्र’ कॉलम में नियमित प्रकाशित होते रहे, जिससे उन्हें रायपुर में एक विशेष पहचान मिली। धमतरी से पत्र लेखन की शुरुआत करने वाले भोलाराम सिन्हा ने रायपुर में पत्रकारिता की पढ़ाई की और ‘प्रखर समाचार’ में पत्रकारिता कर अपने विचारों को शानदार मंच दिया।
राज्य अलंकरण से मिला सेवा का मान
भोलाराम सिन्हा को इस सम्मान के लिए बधाई देते हुए, रुसेन कुमार ने कहा, “भोलाराम सिन्हा जी का योगदान छत्तीसगढ़ के पत्रकारिता क्षेत्र के लिए प्रेरणादायक है और उनकी इस यात्रा ने राज्य के लोगों को सशक्त किया है।”
पत्रकारिता के क्षेत्र में भोलाराम सिन्हा का योगदान
पत्रकारिता के क्षेत्र में अपने योगदान के लिए भोलाराम सिन्हा को ‘चंदूलाल चंद्राकर स्मृति पत्रकारिता पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया, जो प्रिंट मीडिया में हिंदी पत्रकारिता के योगदान के लिए दिया जाता है। भोलाराम सिन्हा ने यह सम्मान प्राप्त करके राज्य के युवा पत्रकारों को प्रेरित किया और उन्हें सत्य, निष्पक्षता और समाज के प्रति उत्तरदायित्व की भावना से काम करने का संदेश दिया।
राज्य की महान विभूतियों के नाम पर अलंकरण
अलंकरण समारोह के दौरान विभिन्न अलंकरण पुरस्कारों में ‘शहीद वीरनारायण सिंह पुरस्कार’, ‘मिनीमाता सम्मान’, ‘गुरु घासीदास सम्मान’ जैसे नाम प्रतिष्ठित विभूतियों को दिए गए। ये पुरस्कार छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर को संजोने और प्रेरणा देने के उद्देश्य से स्थापित किए गए हैं। इससे राज्य के नागरिकों को अपने क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने की प्रेरणा मिलती है और सामाजिक सौहार्द्र एवं समरसता का संदेश प्रसारित होता है।
छत्तीसगढ़ का गौरव
छत्तीसगढ़ राज्योत्सव के इस समारोह में राज्य के लोगों ने गर्व के साथ अपनी विभूतियों को सम्मानित होते देखा। यह आयोजन छत्तीसगढ़ की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और विकास के मार्ग में दिए गए महत्वपूर्ण योगदानों को मान्यता देता है। राज्य के लोग इन विभूतियों से प्रेरणा लेकर अपने क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।
इस प्रकार, राज्य अलंकरण समारोह ने न केवल भोलाराम सिन्हा जैसे समर्पित पत्रकारों का सम्मान किया, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव के लिए उनकी भूमिका को भी सराहा, जो छत्तीसगढ़ को एक नई ऊँचाई पर ले जाने का संकल्प रखता है।
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