बिलाईगढ़ (छत्तीसगढ़)। ग्रामीण युवाओं को सशक्त बनाने की मुहिम पर चलते हुए रहे रुसेन कुमार ने छत्तीसगढ़ के बिलाईगढ़ में युवाओं से सीधा संवाद किया। इस प्रेरणादायक संवाद में उन्होंने युवाओं को उद्यमिता की राह अपनाने की बात कही।
रुसेन कुमार ने इस अवसर पर कहा, “आज हमारे आसपास अनेक अवसर हैं। युवाजन केवल राह तकने वाले बने नहीं रह सकते। हमें कुछ न कुछ करना ही होगा। हम खुद के लिए अवसरों का निर्माण कर सकें – इसके लिए हमें उद्यमी बनना होगा। छोटा ही सही लेकिन शुरुआत करनी ही होगी।”
नवगठित जिला मुख्यालय बिलाईगढ़ में रुसेन कुमार ने युवाओं के बीच पहुँच कर संवाद सत्र में शामिल हुए। रुसेन कुमार ने युवाओं से खुलकर बात की और उनके सामने और समाज में मौजूद चुनौतियों पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों के युवा कई बार संसाधनों की कमी के कारण अपनी क्षमता का पूरा उपयोग नहीं कर पाते, लेकिन उन्हें यह समझना होगा कि ज्ञान और उद्यमशीलता ही वह साधन हैं जो उन्हें किसी भी परिस्थिति से ऊपर उठा सकते हैं।
रुसेन कुमार ने कहा, “हमारी सोच, मेहतनी दृष्टिकोण स्वयं और घर-परिवार की समस्याओं को हल करने में सहायक हैं। हमें स्थानीय समस्याओं का हल खोजने वाला उद्यमी बनना होगा।” उन्होंने युवाओं से अपनी ताकत और क्षमता को पहचानकर उद्यमिता में कदम रखने का आह्वान किया।
इस संवाद के दौरान उन्होंने कई बातों के उदाहरण दिए, ताकि युवाओं में उद्यमशीलता की भावना विकसित हो। उन्होंने युवाओं को प्रेरित किया कि वे भी अपनी समस्याओं का समाधान खुद खोजें और छोटे स्तर से शुरुआत करके अपने गांव और समाज में अपने आसपास में कुछ भी व्यापार शुरू कर सकते हैं।
रुसेन कुमार ने कहा, “उद्यमिता केवल व्यवसाय नहीं है, यह एक दृष्टिकोण है, नया अवसर है। जब आप अपनी समस्याओं को हल करने की क्षमता रखते हैं, तो आप एक उद्यमी बन जाते हैं।”
युवाओं ने रुसेन कुमार से कई सवाल करके उनके मन में छिपी भावनाओं को समझने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि जो अच्छे विचारवान युवा हैं, उन्हें अब कदम उठाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि शिक्षा और ज्ञान के साथ-साथ आत्म-निर्भरता और सामुदायिक सहयोग भी जरूरी है।
उन्होंने कहा, “आपका भविष्य आपके हाथ में है। यदि आप समझदारी बढ़ाएँगे और आत्म-निर्भरता पर ध्यान देंगे, तो आप न केवल खुद का, बल्कि अपने परिवार और समाज का भी विकास करेंगे।”