रुसेन कुमार (Rusen Kumar) की देशभर में पहचान प्रखर सामाजिक विकास विशेषज्ञ के रूप में है। उनके कुशल नेतृत्व में 6 फरवरी 2015 को देश की राजधानी नई दिल्ली के पीएचडी हाउस में भारतीय स्वच्छता सम्मेलन ‘सभी के लिए स्वच्छता – शौचालय प्रथम’ (India Sanitation Summit – Sanitation for All – Toilet First) आयोजित किया गया। इस सम्मेलन में रुसेन कुमार को परम पूज्य स्वामी चिदानंद सरस्वतीजी, वैश्विक अंतर-धार्मिक WASH गठबंधन के सह-संस्थापक और परमार्थ निकेतन (ऋशिकेश) के अध्यक्ष, के साथ मंच साझा करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।
इस अवसर पर परम पूज्य स्वामी चिदानंद सरस्वतीजी ने रुसेन कुमार द्वारा देश के सामाजिक विकास (Social Development) में किए जा रहे कार्यों की मुक्तकंठ से सराहना की थी।
स्वामी चिदानंद सरस्वतीजी एक आध्यात्मिक गुरु हैं जिनकी विश्वव्यापी पहचान है, और वे विशेष रूप से जल, स्वच्छता और स्वच्छता से संबंधित धार्मिक और सामाजिक प्रयासों में अपने योगदान के लिए जाने जाते हैं। वैश्विक अंतर-धार्मिक WASH गठबंधन (Global Interfaith WASH Alliance) एक पहल है जो दुनिया भर के धार्मिक नेताओं को स्वच्छता और स्वास्थ्य के मुद्दों पर साथ लाती है।
रुसेन कुमार और स्वामीजी ने इस सम्मेलन Summit में स्वच्छता के महत्व पर प्रकाश डाला। ‘स्वच्छता सभी के लिए-शौचालय प्रथम‘ (Sanitation for All – Toilet First) कार्यक्रम के माध्यम से उन्होंने समाज में स्वच्छता की स्थिति को उन्नत करने और खासकर शौचालयों के महत्व को सामने लाने की कोशिश की। यह सम्मेलन विशेष रूप से भारत में स्वच्छता से जुड़ी चुनौतियों और समाधानों पर केंद्रित था।
सम्मेलन में उन्होंने विभिन्न पहलों (Initiatives), नवाचारों (Innovations) और साझेदारियों (Partnerships) की चर्चा की जो स्वच्छता को बढ़ावा दे सकती हैं और लोगों को सुरक्षित, स्वच्छ और स्थायी शौचालय तक पहुँच प्रदान कर सकती हैं। इसका उद्देश्य था कि शौचालय और स्वच्छता सभी के लिए सुलभ हो, जिससे भारत के नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य और जीवन स्तर प्राप्त हो सके।