इस पुस्तक में रुसेन कुमार ने हस्तिनापुर की दशा और महाभारत के युद्ध के बाद के सामाजिक और राजनीतिक परिदृश्य को आधुनिक संदर्भों में व्यंग्य, बौद्धिकता और दार्शनिक दृष्टिकोण से प्रस्तुत किया है।
नई दिल्ली: अग्रणी लेखक रुसेन कुमार की नई पुस्तक ‘हस्तिनापुर का लोकतंत्र’ जल्द ही पुस्तक प्रेमियों के बीच उपलब्ध होगी। यह काव्य संग्रह वर्तमान सामाजिक और राजनीतिक परिदृश्यों का दर्पण है, जिसमें लेखक ने गहन और चिंतनशील कविताओं के माध्यम से लोकतंत्र की अवधारणा पर प्रकाश डाला है। यह किताब हिंदी में है।
इस पुस्तक में रुसेन कुमार ने हस्तिनापुर की दशा और महाभारत के युद्ध के बाद के सामाजिक और राजनीतिक परिदृश्य को आधुनिक संदर्भों में व्यंग्य, बौद्धिकता और दार्शनिक दृष्टिकोण से पेश किया है।
किताब की प्रमुख विशेषताएँ
‘हस्तिनापुर का लोकतंत्र’ में रुसेन कुमार ने समकालीन सामाजिक मुद्दों पर विचारों का विश्लेषण करते हुए कविताएँ रची हैं। इस संग्रह की कविताएँ न केवल पाठकों को विचारों और कल्पनाओं की आकाशगंगा की सैर कराएगी, बल्कि समाज और राष्ट्र की विशेषता एवं विडंबनाओं पर नया दर्शन प्रस्तुत करती हैं।
इस किताब में समाहित कविताएँ समाज में हो रहे छद्म आडम्बरों और लोकतांत्रिक मूल्यों के गिरते स्तर पर प्रखरता से प्रहार करती हैं।
लेखक का कथन
रुसेन कुमार का कहना है, “इस पुस्तक के माध्यम से मैं हस्तिनापुर के परिप्रेक्ष्य में वहाँ के लोकतंत्र के मौलिक मूल्यों और वर्तमान समय की वास्तविकताओं के बीच के अंतर को पाठकों के सामने रखना चाहता हूँ। यह कविताएँ प्राचीन ऐतिहासिक संदर्भों और घटनाओं पर आधारित हैं और पाठक इनमें अपने जीवन, समाज और देश की झलक देख पाएंगे।”
प्रकाशन
यह नई रचना – नई दिल्ली स्थित किताब घर प्रकाशन से प्रकाशित हो रही है।
यह पुस्तक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर खरीद के लिए उपलब्ध होगी।
किताब कैसे मिलेगी
प्रकाशक के अनुसार, यह किताब जल्द ही बाजार में उपलब्ध होगी।
पाठक इस किताब की निःशुल्क प्रति प्राप्त करने के लिए संपर्क अपना पूरा पता – नाम, डाक का पता, फोन. नंबर, ई-मेल आई आदि भेज सकते हैं।
अधिक जानकारी के लिए व्हाट्सएप या ईमेल के माध्यम से लेखक से सीधे जुड़ सकते हैं।
मोबाइल नं. 9981099555
ईमेल- rusenkumar@gmail.com
लेखक परिचय
रुसेन कुमार, लेखक, कवि और सामाजिक विचारक हैं, उन्होंने 20 वर्ष की आयु से ही परिपक्व लेखन प्रारंभ कर दिया था। युवावस्था के प्रारंभ काल में ही उनकी कविताएँ उस समय की अग्रणी पत्र-पत्रिकाओं – सद्भावना दर्पण, संकल्प रथ, वागर्थ, कादंबिनी में स्थान पा चुकी हैं। रुसेन कुमार देशबंधु, दैनिक भास्कर, हरिभूमि जैसे अग्रणी समाचार पत्रों में रहकर पत्रकारिता कर चुके हैं। अत्यंत प्रतिभावान रुसेन कुमार हजारों लेख तथा 15 से अधिक किताबें प्रकाशित हो चुकी हैं।
रुसेन कुमार की नवीनतम किताबेंः
- Your Philosophy Determines Your Income Not the Economy – Rusen Kumar (English) 2024
- Role of Responsible Business in Making Atma Nirbhar Bharat – Rusen Kumar & Sita Ram Gupta (English) 2024
- India @100: Resurgent Bharat – Blueprint for 2047 – Rusen Kumar & Sita Ram Gupta (English) 2024
- स्वाध्याय से शक्ति – रुसेन कुमार (हिंदी) 2024
- सोया हुआ हाथी और जागती चींटियाँ – रुसेन कुमार (हिंदी) 2024
(कापीराइट – रुसेनकुमार)