6 जनवरी 2015 को नई दिल्ली में राष्ट्रीय महत्व का प्रेरणादायक सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन का नाम था “टॉयलेट पहले – स्वच्छता सबके लिए” (Sanitation for All – Toilet First) । इस सम्मेलन का आयोजन रुसेन कुमार, जो कि इंडिया सीएसआर के संस्थापक हैं, द्वारा किया गया था।
मुख्य आमंत्रित अतिथि
इस अवसर पर, पद्म भूषण सम्मानित समाजसुधारक, विचारक एवं समाजशास्त्री डॉ. बिन्देश्वर पाठक, जो सुलभ इंटरनेशनल के संस्थापक हैं, को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया। डॉ. पाठक ने इस सम्मेलन का उद्घाटन किया और भारत में स्वच्छता आंदोलनों के इतिहास तथा वर्तमान विकास पहलों पर अपने विचार साझा किए।
डॉ. पाठक का योगदान
डॉ. पाठक का जन्म बिहार के रामपुर में हुआ था। 1964 में उन्होंने समाजशास्त्र में स्नातक की डिग्री प्राप्त की। उन्होंने बिहार गांधी जन्म शताब्दी समारोह समिति में प्रचारक के रूप में काम किया। 1970 में, उन्होंने सुलभ शौचालय संस्थान की स्थापना की, जिसने भारत के स्वच्छता आंदोलन में एक क्रांतिकारी परिवर्तन लाया।
स्वच्छता सम्मेलन में डा. बिंदेश्वर पाठक का सम्मान किया गया।
रुसेन कुमार के कार्यों की सराहना
सम्मेलन की प्रासंगिकता
इस सम्मेलन में देश-विदेश से 300 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया। डॉ. पाठक ने रुसेन कुमार के नेतृत्व और सम्मेलन की सफलता की सराहना की। उन्होंने इसे स्वच्छता आंदोलन को आगे बढ़ाने में सम्मेलन को महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने स्वयं के द्वारा लिखित किताबों और कार्यों पर आधारित किताबों की प्रतियाँ रुसेन कुमार को भेंट की थी।
सम्मेलन का उद्देश्य और प्रभाव
इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य स्वच्छता तथा शौचालयों को सुलभ स्वच्छ, टिकाऊ बनाने की दिशा में चर्चा करना था। डॉ. पाठक की उपस्थिति और उनके विचारों ने सम्मेलन को एक अनूठी गरिमा प्रदान की। यह सम्मेलन न केवल भारत में, बल्कि विश्व स्तर पर स्वच्छता और सामाजिक जागरूकता के प्रसार में एक मील का पत्थर साबित हुआ।
निधन
समाजसेवा के लिए जीवन समर्पित करने वाले डा. बिंदेश्वर पाठक ने भारत में स्वच्छा आंदोलनों को दिशा दी। वे अंतिम सांस तक भारत की सेवा करते रहे। भारत माता के इस सुपुत्र का 80 वर्ष की उम्र में निधन हुआ। 15 अगस्त 2023 की सुबह वे दिल्ली स्थित सुलभ इंटरनेशनल कार्यालय में स्वतंत्रता दिवस समारोह में शामिल हुए, तिरंगा फहराया और उसके कुछ देर बाद ही अचानक से गिर गए और अस्पताल में निधन हो गया।